PCOD में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं जानिए – PCOD Diet in Hindi

अच्छा स्वास्थ्य बेहतर जीवन की पहली सीढ़ी होती है | PCOD एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए सम्पूर्ण निदान अभी तक उपलब्ध नहीं है | इसलिए Doctors इस बीमारी के उपचार के लिए आपको एक अच्छी जीवनशैली अपनाने की सलाह देते है | Doctors इसी के साथ ही पीसीओडी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में भी बताते है जिससे की इस बीमारी में जल्दी निदान पाया जा सकता है | 

PCOD एक Metabolic बीमारी है जिसमें महिलाओं को प्रजनन यानि की 12 से 51 वर्षों तक हार्मोनल Imbalance से प्रभावित होती है | इसमें महिलाओं के अंडाशय समय से पहले eggs relese कर देते है | इसके कारण astrojan जो की Mail Harmons है बढ़ने लगता है जिसके कारण महिलाओं में पुरुषों के जैसे प्रभाव दिखने लगते है | उनके चेहरे और शरीर पर अधिक बाल आने लगते है | इसमें माहवारी अनियमित होता जाती है और माहवारी के समय अधिक दर्द होने लगता है | 

PCOD की बीमारी को अधिक गंभीर नहीं माना गया है लेकिन इस बीमारी के कारण महिलाऐं बहुत ही परेशान रहती है | PCOD के उपचार के लिए अच्छी जीवनशैली अपनाकर और पोषक भोजन करके आप इस बीमारी को ठीक कर सकते है | इसलिए आज का यह Article के द्वारा महिलाऐं जान पाएंगी की उन्हें PCOD  होने पर क्या खाना चाहिए – 

फाइबर से युक्त आहार लें 

आपका आहार ही आपके स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है इसलिए आपको हमेशा Healthy भोजन करना चाहिए | महिलाओं को PCOD होने पर फाइबर से युक्त आहार करना चाहिए | PCOD की एक वजह आपका अनियत्रिंत वजन भी होता है | इसलिए आप जब faibar युक्त भोजन करते है तो आपका पेट लम्बे समय तक भरा रहता है आपको भूख कम लगती है | इसके कारण आप कम भोजन करते है और आपका वजन और मोटापा भी नहीं बढ़ता है जो की PCOD के लिए एक जिम्मेदार कारण है | फाइबर युक्त भोजन करने से आपका कोलेस्ट्रॉल और Blood शुगर भी नियंत्रित रहता है | फाइबर युक्त आहार के लिए आप अपने भोजन में ब्रोकली, सोयाबीन, दाल, राजमा, फली वाली सब्जियां, पत्तेदार सब्जियों को शामिल कर सकते है | 

साबुत अनाज लें 

बड़े बुजुर्ग अक्सर बोलते है की अन्न हमेशा मोटा खाना चाहिए जिससे व्यक्ति स्वस्थ रहता है | जिन महिलाओं को PCOD की समस्या होती है उन्हें अन्य महिलाओं की तुलना में डाइबिटीज होने का खतरा अधिक रहता है | साबुत अनाज में फाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है जो की शरीर में इन्सुलिन के स्तर को नियंत्रित करता है | 

संतुलित फैट लें 

अधिक तले हुए और वसायुक्त भोजन को लेने से PCOD से ग्रसित महिलाओं को बचना चाहिए | इसकी तुलना में वे नारियल का तेल,जैतून के तेल, बादाम का तेल जैसे वेजिटेबल्स आयल को अपने भोजन में इस्तेमाल करना चाहिए | 

हरी सब्जियां खाएं 

हरी सब्जियों में अच्छी मात्रा में आयरन होता है और यह महिलाओं में होने वाली खून की कमी को भी दूर करती है | हरी सब्जियों में आयरन के अलावा भी अन्य बहुत से पोषक तत्व होते है जो की PCOD के निदान में बहुत ही लाभकारी होते है | 

लाल मांस खाने से बचें 

वर्ष 2013 में हुई एक रिसर्च में यह बात सामने आयी है की  मांस खाने से महिलाओं में PCOD की समस्या बढ़ सकती है और आगे चलकर इससे बांझपन का भी खतरा हो सकता है | इसलिए Processed meat के सेवन से बचना चाहिए | 

पौष्टिक फल खाएं 

PCOD से परेशान महिलाओं को अपनी रोजाना की आहार लिस्ट में जामुन, सेब, केला, अमरुद, अनार और अन्नानास जैसे फलों को शामिल करना चाहिए | इन फलों में फाइबर के अलावा, मिनरल्स और विटामिन होते है जो की PCOD में लाभकारी है | लेकिन इन्हें केवल आपके आहार का एक हिस्सा ही होना चाहिए | केवल फलों का सेवन या अधिक मात्रा में फलों का सेवन के लिए कभी भी doctor सलाह नहीं देते है | क्योंकि इनसे शुगर होने का खतरा रहता है | 

प्रोटीन युक्त भोजन 

जिस तरह फाइबर आपके शरीर के लिए जरुरी है उसी तरह PCOD में महिलाओं को Protein को भी नियमित रूप से अपने आहार में लेना चाहिए | Protein के लिए आपको दाल, दूध, दही, पनीर आदि का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए | Protein जहाँ आपको पोषण प्रदान करता है वही इसके कारन आपको भूख कम लगती है और आपका वजन भी संतुलित रहता है | नॉन वेजेटेरियन महिलाऐं अपने खाने में चिकन और मछली को शामिल कर सकती है | 

PCOD को अधिक गंभीर बिमारियों में नहीं गिना जाता है लेकिन इसके कारन इसको नजरअंदाज करना आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है | इसलिए PCOD की समस्या होने पर इस blog में बताये गए Diet को अपने आहार में शामिल करना चाहिए | इसके साथ ही आपको अपनी दिनचर्या में Exercise को जरूर शामिल करना चाहिए | 

PCOD Diet in Hindi के इस Blog में हमने आपको बताया की पीसीओडी में क्या खाना चाहिए और क्या खाने से बचना चाहिए | अगर आप इस ब्लॉग के अनुसार अपनी Diet को बदल लेती है तो आपको PCOD की समस्या में तेजी से सुधार होता दिखाई देगा | 

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Dr Namita Kotia

Dr. Namita Kotia (IVF specialist in Jaipur) attained her Master’s in Obstetrics and Gynecology from S.N. Medical College, Jodhpur affiliated to University of Rajasthan in 1997. She has more than 10 years experience in field of Assisted Reproductive Technology (ART).Presently at Aastha Fertility Care Dr. Namita along with her team is providing complete infertility work up and treatment options under one roof. Her aim is to provide proper guidance and treatment to Infertile couples at AFFORDABLE RATES.She is life member of Indian Academy of Human Reproduction (IAHR), Indian Society for Assisted Reproduction (ISAR), Federation of Obstetrics and Gynecology Society of India (FOGSI) and Jaipur Obstetrics Gynecology Society (JOGS). She has a number of publications in various journals and presentations at state and National level conferences to her credit.Dr. Namita is also recipient of best paper presentation viz “Diagnosis of Congenital Mullerian anomalies by three dimensional Transvaginal Sonography” awarded at “Kishori” Conference in Jodhpur (2000).

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