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Toggleआजकल की तेज रफ़्तार और भाग दौड भरी जिंदगी में स्वास्थ सम्बन्धी समस्याएं होना बहुत ही आम बात है।
इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है कि जितनी गति से विज्ञान (medical science) ने प्रगति की है कई बीमारियों के इलाज निकाले हैं उतनी ही तेजी से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ और समस्याएं भी पहचान में आ रही है।
ऐसी ही एक महिलाओं में देखे जाने वाली समस्या है ‘Ovarian Cyst’।
एक study के अनुसार भारत में हर 4 में से 1 महिला को किसी न किसी age में ovarian cyst की समस्या जरुर होती है।
हालाँकि ovarian cyst की समस्या reproductive age में आम है और इससे महिलाओं को कोई हानि नहीं होती परन्तु कुछ cases में ये गंभीर हो सकती है और ऐसा ही एक case है ‘Right Ovarian Hemorrhagic CYST’।
जब साधारण cyst रक्त से भर जाता है उस अवस्था को हेमोरेजिक ओवेरियन सिस्ट (Hemorrhagic Ovarian Cyst) कहा जाता है। यदि इनका समय पर इलाज न हो तो ये आगे चलकर जटिलताएं पैदा कर सकते हैं, जैसे Infertility या Emergency Surgery की जरुरत।
अब सवाल ये पैदा होता है कि ये अवस्था आखिर कब पैदा होती है और आप कैसे पता लगायेंगे की आपको Hemorrhagic Ovarian Cyst तो नहीं।
इस ब्लॉग में, हम Aastha Fertility के स्वास्थ्य विशेषज्ञों, Dr Swati और Dr. Sankalp की मदद से जानेंगे कि रक्तस्त्रावी cyst (right ovarian hemorrhagic cyst in hindi) क्या है, इसके बनने के कारण और कैसे इसकी पहचान करके आप इसकी गंभीरता को कम कर सकती हैं।
क्या होता है रक्तस्रावी सिस्ट- Hemorrhagic Ovarian Cyst?
Hemorrhagic Ovarian Cyst अर्थात ovary में रक्त से बनने वाली cyst।
इसे हम और simple तरीके से भी समझ सकते हैं-
Hemorrhagic का मतलब है “ब्लड से जुड़ा हुआ”। Ovarian Cyst अर्थात Ovary में होने वाली गाँठ
हर महीने महिलाओं की ओवरी में एक एग develop होता है जिसे फॉलिकुल कहते हैं। यह फॉलिकुल कभी-कभी टूटने के बाद पूरी तरह से खत्म नहीं होता, और उसी जगह पर ब्लड इकट्ठा हो सकता है – जिससे बनता है Hemorrhagic Ovarian Cyst।
यह सिस्ट अक्सर हार्मोनल बदलाव, पीरियड साइकल, या ओवरी में सूजन की वजह से बनता है और कई बार बिना किसी लक्षण के खुद ही ठीक भी हो सकता है – लेकिन कुछ केस में यह तेज़ दर्द और जटिलता का कारण भी बनता है।
रक्तस्रावी ओवेरियन सिस्ट बनने का कारण – Hemorrhagic Ovarian Cyst Causes
रक्तस्त्रावी ovarian cyst बनने के कई कारण होते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं की वो कौन कौनसे कारण है जो Hemorrhagic Ovarian Cyst को जन्म देते हैं।
1. फॉलिकल का टूटना और ब्लड का इकठ्ठा होना:
हर महिला के मासिक धर्म के दौरान उनमे follicles (एक छोटी तरल पदार्थ से भरी थैली) विकसित होते हैं जिनमे eggs होते हैं।
कभी कभी menstrual cycle में follicles टूट तो जाते हैं पर पूरी तरह खत्म नहीं होते और इन्हें follicles में ब्लड जमा होकर cyst का रूप ले लेता है।
2. Hormonal Imbalance:
PCOD/PCOS की अवस्था हो या शरीर में astrogen और प्रोजेस्टेरोन का बढ़ना, हार्मोनल असंतुलन होने के कारण cyst बनने की संभावना बढ़ जाती है।
3. एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis):
यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें गर्भाशय की अंदरूनी परत अंडाशय में बढ़ने लगती है, जिससे सिस्ट बन सकता है।
4. पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिज़ीज़ (PID):
संक्रमण (Infection) के कारण अंडाशय प्रभावित हो सकता है और सिस्ट का निर्माण हो सकता है।
हांलाकि cyst किसी भी महिला को हो सकते हैं, पर कुछ निश्चित उम्र की महिलाएं जैसे 20 से 35 की उम्र वाली महिलाएं तथा वे महिलाएं जिन्हें periods related issues या Pelvic Pain की history रही हो।
5. Pregnancy
कभी-कभी pregnancy के शुरुआती दिनों में corpus luteum (एक temporary gland जो हर महीने ovulation के बाद बनता है follicle की जगह) उसमे cyst बनती है। अगर इसमें ब्लीडिंग हो जाए, तो ये हेमोरेजिक सिस्ट का रूप ले सकती है।
रक्तस्रावी सिस्ट के लक्षण (Hemorrhagic Ovarian Cyst Symptoms)
आम तौर पर cyst से महिलाओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होती है, ये अपने आप होते हैं और खत्म हो जाते हैं।
पर फिर भी कुछ cases में ये आपके शरीर में कई परेशानी का कारण बन सकते हैं तथा ऐसे लक्षण प्रदर्शित करते हैं जिससे आप पता लगा सकते हैं की आपको cyst है या नहीं।
1. पेट या pelvic area में दर्द
Hemorrhagic Ovarian Cyst होने की अवस्था में कई cases में महिलाओं को पेट में दर्द महसूस हो सकता है खासकर नाभि के नीचे एक तरफ (अक्सर दाईं ओर)। यदि cyst फट जाये (rupture) हो जाये तो ये दर्द गंभीर भी हो सकता है।
2. अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स के बीच में spotting
कई मामलों में महिलाओं के पीरियड्स न सिर्फ अनियमित हो जाते हैं बल्कि उन्हें पीरियड्स के बीच में या पहले spotting भी हो सकती है।
इसके साथ ही पीरियड्स में बहुत ज्यादा ब्लीडिंग (Heavy bleeding) या बहुत हल्की ब्लीडिंग भी हो सकती है।
3. पेल्विक area में दबाव महसूस होना
Hemorrhagic Ovarian Cyst होने से कई बार ऐसा भी लग सकता है कि पेल्विक एरिया में कोई चीज दबी हुई है या वजन महसूस हो रहा है।
4. जी मिचलाना या उलटी होना
कुछ cases में महिलाओं को (nausea) या उल्टी जैसा महसूस हो सकता है, खासकर अगर सिस्ट बड़ी हो जाए।
5. सम्भोग के दौरान दर्द
सम्भोग के दौरान हल्का दर्द होना common है परन्तु यही दर्द अगर असहनीय हो तो ये cyst का संकेत हो सकता है। इसलिए यदि आपको भी physical इंटिमेसी के समय अत्यधिक pain का सामना करना पड़ता है तो एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
6. पेशाब या मल त्याग के दौरान दर्द
अगर सिस्ट bladder या intestines पर दबाव डाल रही हो, तो पेशाब करने या मल त्याग में कठिनाई हो सकती है।
रक्तस्रावी ओवेरियन सिस्ट की जांच कैसे करें?
अब आप ये समझ गए हैं कि रक्तस्त्रावी ovarian cyst (right ovarian hemorrhagic cyst in hindi) क्या है तथा इसके लक्षण कौन कौनसे हैं।
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो देरी ना करें। डॉक्टर कुछ जांचों से इसकी पुष्टि कर सकते हैं:
1. अल्ट्रासाउंड (Ultrasound Sonography) – ये सबसे सामान्य तरीका है जिससे सिस्ट की साइज, लोकेशन और नेचर पता चलता है।
2. TVS (Transvaginal Sonography) – चूँकि TVS में और अधिक high-frequency sound waves का उपयोग किया जाता है इसलिए इससे और क्लियर पिक्चर मिलती है।
3. Doppler Ultrasound (Blood Flow Test): ये टेस्ट यह चेक करता है कि सिस्ट में ब्लड फ्लो कैसा है? अगर ब्लड फ्लो ज्यादा या असामान्य हो, तो यह संकेत हो सकता है कि सिस्ट कैंसरस (malignant) हो सकती है।
4. ब्लड CA-125 टेस्ट – यह एक ब्लड टेस्ट होता है जो यह बताने में मदद करता है कि सिस्ट नॉर्मल है या कैंसरस हो सकता है।
5. MRI/CT Scan – कुछ जटिल मामलों में एडवांस इमेजिंग की ज़रूरत होती है।
6. लेप्रोस्कोपी (Laparoscopy) – यह एक छोटा सर्जिकल प्रोसीजर है जिसमें कैमरे की मदद से सिस्ट की जांच की जाती है।
रक्तस्रावी ओवेरियन सिस्ट (Hemorrhagic Ovarian Cyst in Hindi) का उपचार
ज्यादातर cyst अपने आप ही ठीक हो जाते हैं परन्तु फिर भी यदि समस्या ज्यादा हो तो एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
Dr. Namita Kotia (IVF Specialist in Jaipur) के अनुसार हर cyst का इलाज उसके आकार, लक्षणों और महिला की मेडिकल हिस्ट्री पर निर्भर करता है तथा इसके लिए निम्नलिखित steps लिए जा सकते हैं:
1. मेडिकेशन और ऑब्ज़र्वेशन
अगर सिस्ट छोटा है और लक्षण हल्के हैं, तो डॉक्टर पेन रिलीफ दवाएं और हार्मोनल पिल्स दे सकते हैं। दवाइयों के माध्यम से नए cyst बनने की संभावना को भी कम किया जा सकता है।
इसके साथ ही doctors द्वारा उसे 2–3 महीने तक रेगुलर अल्ट्रासाउंड से मॉनिटर किया जाता है।
2. Surgical Treatments
विभिन्न प्रकार के सर्जिकल treatments cyst के size और उसकी condition पर निर्भर करते हैं जैसे
- अगर सिस्ट का साइज बड़ा हो (>5 cm)
- अगर सिस्ट फट जाए और इंटरनल ब्लीडिंग हो
- अगर लगातार दर्द या ब्लीडिंग हो
- अगर सिस्ट कैंसरस होने की संभावना हो
इन सब cases और conditions के आधार पर doctors द्वारा laproscopy surgery, Laparotomy, ओवेरियन सिस्टेक्टॉमी (Ovarian Cystectomy), और ओओफोरेक्टॉमी (Oophorectomy) किया जाता है।
राइट ओवेरियन हेमोरेजिक सिस्ट (Right Ovarian Hemorrhagic Cyst in Hindi) महिलाओं में एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन सही जानकारी और समय पर इलाज के आभाव से ये गंभीर रूप भी ले सकती है।
इसलिए यदि आपको ऊपर दिए गए लक्षण जैसे अनियमित पीरियड, पेट दर्द आदि महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर उपचार से न सिर्फ आपकी reproductive health बेहतर होगी, बल्कि भविष्य में होने वाली जटिलताओं से भी बचा जा सकेगा।
FAQs
1. क्या बिना सर्जरी के ओवरी सिस्ट को हटाया जा सकता है?
हाँ, कुछ ओवरी सिस्ट बिना सर्जरी के ठीक हो सकते हैं, खासकर जब वे छोटे और बिना लक्षण वाले हों। डॉक्टर आमतौर पर कुछ महीनों तक निगरानी करने की सलाह देते हैं। कई मामलों में हार्मोनल थेरेपी (जैसे जन्म नियंत्रण की गोलियां) सिस्ट के बढ़ने से रोक सकती हैं। लेकिन बड़े या दर्द देने वाले सिस्ट के लिए इलाज जरूरी हो सकता है।
2. “राइट ओवरी” का हिंदी में क्या अर्थ है?
“राइट ओवरी” का हिंदी में अर्थ “दाहिनी अंडाशय” होता है। यह महिलाओं के प्रजनन तंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो दाईं ओर स्थित होता है और अंडाणु (Eggs) बनाने का कार्य करता है। यह हार्मोन जैसे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन में भी मदद करता है।
Right Ovary में होने वाली hemorrhagic cyst को ‘Right Ovarian Hemorrhagic Cyst’ कहा जाता है।
3. ओवरी और गर्भाशय में क्या अंतर है?
ओवरी (अंडाशय) महिलाओं के प्रजनन तंत्र में दो छोटे ग्रंथियां होती हैं, जो अंडाणु और हार्मोन बनाती हैं। गर्भाशय (Uterus) वह अंग है जहां निषेचित अंडाणु गर्भावस्था के दौरान विकसित होता है। सरल भाषा में, ओवरी अंडाणु बनाती है, और गर्भाशय गर्भधारण के लिए जरूरी होता है।
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